Meera ke pad class 10

          Meera ke pad

        1. Meera ke pad
        2. Mirabai bhajan
        3. Bhoj raj
        4. Mirabai ka sangeet mein yogdan
        5. Mirabai ka jivan parichay
        6. Bhoj raj...

          मीरा बाई

          मीराबाई (1498-1547) सोलहवीं शताब्दी की एक कृष्ण भक्त और कवयित्री थीं। मीरा बाई ने कृष्ण भक्ति के स्फुट पदों की रचना की है।

          मीराबाई को उनके देवर विक्रमादित्य ने मारने के लिए जहर का प्याला भेजा था जिसका उन पर कोई असर नहीं हुआ था

          जीवन परिचय

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          मीरा के बारे में प्राथमिक अभिलेख उपलब्ध नहीं हैं, और विद्वानों ने मीरा की जीवनी को अनुपूर्वक साहित्य से स्थापित करने का प्रयास किया है जिसमें उनका उल्लेख है।

          मिलता था। लोग उन्हें देवी के जैसा प्यार और सम्मान देते थे। मीरा का समय बहुत बड़ी राजनैतिक उथल-पुथल का समय रहा है। बाबर का हिंदुस्तान पर हमला और प्रसिद्ध खानवा का युद्ध उसी समय हुआ था। इन सभी परिस्थितियों के बीच मीरा का रहस्यवाद और भक्ति की निर्गुण मिश्रित सगुण पद्धति सर्वमान्य बनी। मीराबाई के भक्ति गीत को पदावली कहा जाता है।

          अन्य कहानियों में कहा गया है कि मीरा बाई ने मेवाड़ का राज्य छोड़ दिया और तीर्थयात्राओं पर चली गईं। अपने अंतिम वर्षों में, मीरा द्वारका या वृन्दावन में रहीं, जहाँ किंवदंतियों के अनुसार वह 1547 में कृष्ण की मूर्ति में वि